शाहजहाँ की धरोहर

1638 में मुगल सम्राट शाहजहाँ ने आगरा से अपनी राजधानी दिल्ली स्थानांतरित की और यमुना नदी के किनारे इस भव्य किले का निर्माण करवाया।

वास्तुकला का चमत्कार

लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर से निर्मित, यह किला इंडो-इस्लामिक, फारसी और तैमूरी स्थापत्य शैली का बेजोड़ उदाहरण है।

1857 का विद्रोह

1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ब्रिटिश सेना ने इसे अपने कब्जे में ले लिया और इसे उनके प्रशासनिक केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया।

भारत की स्वतंत्रता का प्रतीक

हर साल 15 अगस्त को भारत के प्रधानमंत्री यहाँ से तिरंगा फहराते हैं और देश को संबोधित करते हैं।

खास दरवाजे

लाहौरी गेट, जहां से हर साल स्वतंत्रता दिवस समारोह होता है, और दिल्ली गेट, जो सामान्य जनता के लिए बनाया गया था।

मुगल गार्डन और दिवाने खास

मुगल गार्डन और "दिवाने खास" है, जहां सम्राट विशेष व्यक्तियों से मिलते थे।

विश्व धरोहर

– 2007 में, रेड फोर्ट को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित किया गया। – 

विश्व धरोहर

– 2007 में, रेड फोर्ट को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित किया गया। – 

नाम के पीछे कारण

किले का नाम 'रेड फोर्ट' इसके निर्माण में इस्तेमाल किए गए लाल बलुआ पत्थरों के कारण पड़ा।– 

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