भारत में सबसे अधिक देखे जानेवाले राजस्थान के किले और दुर्ग

Rajasthan Fort History In Hindi

Rajasthan Fort History In Hindi: राजस्थान, जिसे राजाओं की भूमि कहा जाता है, वो भारत का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य है। राजस्थान के किले और दुर्ग में आमेर किला, चित्तौड़गढ़ किला और जैसलमेर का सोनार किला पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। नरेगा राजस्थान योजना ने इन धरोहरों के संरक्षण और ग्रामीण विकास में अहम भूमिका निभाई है।

राजस्थान के किले के नाम और विश्व धरोहर सूची में राजस्थान के किले का इतिहास और यात्रा के बारे में जानेंगे। अगर आपको rajasthan fort history और भारत का गौरवशाली इतिहास देखना चाहते हैं, तो राजस्थान के ऐतिहासिक स्थल अवश्य जाएँ। उनकी भव्यता हर यात्री को आकर्षित करती है।

राजस्थान के किले का इतिहास – Rajasthan Fort History In Hindi

राजस्थान के किले और दुर्ग विश्व में प्रसिद्ध है और राजस्थान के किले दुर्ग का प्राचीन समय से ही गौरवशाली इतिहास रहा है। आज के लेख में राजस्थान के किले दुर्ग और विश्व धरोहर में शामिल राजस्थान के किले के बारे में विस्तार से जानेंगे।

1. जैसलमेर किला – Jaisalmer Fort

जैसलमेर किला राजस्थान को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया गया है, जो जैसलमेर में घूमने की जगहों में सबसे प्रमुख है। 1156 में राव जैसल द्वारा तिरुकुटा पहाड़ी पर निर्मित यह किला दुनिया के सबसे बड़े किलो में से एक है और अपने अद्भुत जैसलमेर फोर्ट हिस्ट्री और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।

जैसलमेर किला का इतिहास और पर्यटकों के लिए जैसलमेर की सबसे आकर्षक जगहों में से एक है। इसके भीतर मौजूद मंदिर, महल और बाजार इस किले को ओर भी खास बनाते हैं, जो हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करता है।

2. सिटी पैलेस – City Palace

सिटी पैलेस जयपुर के केंद्र में स्थित एक ऐतिहासिक और भव्य महल है, जिसे राजस्थान के प्रमुख Historical Places में गिना जाता है। यह महल 1729 से 1732 ईस्वी के बीच जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा बनवाया गया था। City Palace Jaipur की अद्भुत वास्तुकला के पीछे विद्याधर भट्टाचार्य और सर सैमुअल स्विंटन जैकब का योगदान है, जिन्होंने इसे वास्तुशास्त्र के अनुसार डिज़ाइन किया। यह महल आज भी Jaipur City Palace के एक हिस्से में संग्रहालय और दूसरे हिस्से में जयपुर के पूर्व शासकों के वंशजों का निवास स्थान है।

City Palace Jaipur में सवाई माधोसिंह प्रथम द्वारा पहना गया 250 किलोग्राम वजन का कपड़े का सेट आज भी प्रदर्शित है, जो इसे ओर भी खास बनाता है। सिटी पैलेस जयपुर से जुड़े रोचक तथ्य और इसकी अनोखी संरचना पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों को आकर्षित करती हैं, जिससे यह जयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक बन चुका है।

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3. मेहरानगढ़ किला – Mehrangarh Fort

मेहरानगढ़ फोर्ट जोधपुर शहर में 410 फीट ऊंची पहाड़ी की चोटी पर स्थित है, जो राजस्थान के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। यह भव्य किला 1459 में राव जोधा द्वारा बनवाया गया था और बाद में जोधपुर के अन्य शासकों जैसे महाराजा मालदेव, अजीत सिंह, तखत सिंह और महाराजा हनवंत सिंह द्वारा इसमें महत्वपूर्ण निर्माण किए गए। मेहरानगढ़ फोर्ट का इतिहास और वास्तुकला में 5वीं शताब्दी की शैली और 20वीं शताब्दी की विशेषताएं एक साथ देखने को मिलती हैं, जो इसे इतिहास और कला प्रेमियों के लिए खास बनाती हैं।

Mehrangarh Fort के सात द्वार, विशेष रूप से जयपोली अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं। हर द्वार का निर्माण एक विशिष्ट उद्देश्य के लिए किया गया था, जो मेहरानगढ़ का रहस्य और इसकी अद्वितीयता को बढ़ाता है। यदि आप इतिहास के शौकीन हैं, तो मेहरानगढ़ जोधपुर की यात्रा अवश्य करें और राजस्थान की इस अद्भुत धरोहर का अनुभव करें।

4. आमेर किला – Amer Fort Jaipur 

पिंक सिटी जयपुर के अरावली पहाड़ी की चोटी पर स्थित आमेर किला दिखने मिलता है। इसे 1592 ई. में राजा मान सिंह ने बनवाया और अगले 150 वर्षों तक उनके उत्तराधिकारियों ने इसका विस्तार किया। आमेर किला का इतिहास अपनी भव्य वास्तुकला और समृद्ध इतिहास के लिए राजस्थान के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों में गिना जाता है। यहां हर दिन पांच हजार से अधिक पर्यटक आते हैं, जो इसकी सुंदरता और अद्भुत नजारों का आनंद लेते हैं।

पर्यटक शाम के समय आमेर फोर्ट से सूर्यास्त के अद्भुत दृश्यों का अनुभव कर सकते हैं। यह किला फोटोग्राफी और घूमने के लिए एक आदर्श स्थान है। यदि आप राजस्थान की यात्रा कर रहे हैं, तो Amer Fort जरूर देखें, क्योंकि यह इतिहास और कला प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान है। आगे पढ़े : आमेर किले का इतिहास, रहस्य और यात्रा की जानकारी

5. जूनागढ़ किला- Junagadh Fort Bikaner

बीकानेर जूनागढ़ किला जिसे पहले बीकानेर किला कहा जाता था, जो राजस्थान के बीकानेर शहर में स्थित है। यह भव्य किला राजस्थान के प्रमुख ऐतिहासिक स्मारकों में से एक है और इसे 20वीं शताब्दी में जूनागढ़ नाम दिया गया। Junagadh Fort अपनी सुंदर वास्तुकला और अद्वितीय इतिहास के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह किला न केवल बीकानेर की शान है, बल्कि Junagadh Fort Rajasthan के ऐतिहासिक स्थलों में भी एक खास स्थान रखता है।

जूनागढ़ किला 1478 में राव बीका द्वारा स्थापित किया गया था, लेकिन इसका निर्माण कार्य 1589 में राजा राय सिंह ने शुरू करवाया। यह किला अपने स्थापत्य और इतिहास के कारण खास प्रसिद्ध है। कई आक्रमणों के बावजूद, इस किले को केवल एक बार जीतने में सफलता मिली। राजस्थान का यह प्रसिद्ध Junagadh Fort Bikaner हर साल पर्यटकों को इसकी भव्यता और अनूठी विरासत की ओर आकर्षित करता है।

6. जयगढ़ किला – Jaigarh Fort 

जयगढ़ किला राजस्थान की राजधानी जयपुर में चील का तेला पहाड़ियों के शीर्ष पर स्थित है। यह भव्य किला 1726 में सवाई जय सिंह द्वितीय ने आमेर किले की सुरक्षा के लिए बनवाया था। इसे विजय का किला भी कहा जाता है, क्योंकि इसे कभी किसी बड़े प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा। मुगल काल में Jaigarh Fort Jaipur मुख्य तोप फाउंड्री के रूप में इस्तेमाल होता था, जहां युद्ध के लिए गोला-बारूद और धातुएं संग्रहीत की जाती थीं।

जयगढ़ किला जयपुर की खासियत इसकी दुनिया की सबसे बड़ी तोप और जयपुर शहर का मनमोहक दृश्य है। जयगढ़ किला विद्याधर नामक वास्तुकार द्वारा डिजाइन किया गया था, जिसकी अद्भुत संरचना पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। यह किला इतिहास और वास्तुकला प्रेमियों के लिए अनिवार्य हिस्सा है।

7. नाहरगढ़ किला – Nahargarh Fort

नाहरगढ़ फोर्ट राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित एक ऐतिहासिक किला है, जिसे 1734 में महाराजा सवाई जय सिंह ने बनवाया था। नाहरगढ़ किला अपनी नाजुक नक्काशी और पत्थर के शानदार वर्क के लिए प्रसिद्ध है। यह किला आमेर किले और जयगढ़ किले के साथ मिलकर जयपुर की सुरक्षा का मजबूत हिस्सा था।

जयपुर का नाहरगढ़ किला का समृद्ध इतिहास 18वीं शताब्दी में मराठा सेनाओं के साथ संधियों पर हस्ताक्षर जैसी घटनाओं का गवाह है। नाहरगढ़ फॉरेस्ट से घिरा यह किला पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है और जयपुर की यात्रा का मुख्य आकर्षण है। इतिहास और वास्तुकला प्रेमियों के लिए यह किला बेहद खास है।

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8. रणथंभौर दुर्ग – Ranthambore Fort

रणथंभौर दुर्ग राजस्थान का एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक किला है। यह किला 12वीं शताब्दी से अस्तित्व में है और चौहान शाही परिवार से संबंधित है।रणथंभौर दुर्ग का इतिहास इसे शाही जीवनशैली और गौरवशाली अतीत का प्रतीक बनाता है। यह किला रणथंभौर नेशनल पार्क के बीच स्थित है, जहां से किले और पार्क का दृश्य दोनों ही अद्भुत लगते हैं।

इस किले को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त है। इसकी पहाड़ी संरचना और ऐतिहासिक महत्व इसे राजस्थान के प्रमुख ऐतिहासिक स्मारकों में शामिल करते हैं। यदि आप इतिहास और प्रकृति प्रेमी हैं, तो Ranthambore Fort का दौरा आपकी यात्रा को अविस्मरणीय बना सकता है।

9. कुम्भलगढ़ किला – Kumbhalgarh Fort

कुम्भलगढ़ किला राजस्थान के राजसमंद जिले में स्थित है और अपनी अद्भुत दीवारों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। यह ऐतिहासिक किला राजा कुंभा द्वारा बनवाया गया था और कुम्भलगढ़ किला राजस्थान के पांच पहाड़ी किलों में से एक है जिसे 2013 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा मिला। किले की दीवारें चीन की महान दीवार के बाद दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार हैं।

कुम्भलगढ़  फोर्ट अरावली पर्वतमाला की तेरह चोटियों से घिरा हुआ है और समुद्र तल से 1914 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। कुम्भलगढ़ किला का इतिहास एक अभेद्य संरचना के रूप में दर्शाती है, जो न केवल इसकी वास्तुकला की महानता को प्रदर्शित करती है, बल्कि इसे राजस्थान के प्रमुख पर्यटक स्थलों में भी शामिल करती है।

10. बादलगढ़ किला – Badalgarh Fort

बादलगढ़ किला राजस्थान के झुंझुनू जिले में स्थित, एक ऐतिहासिक संरचना है, जिसे 16वीं शताब्दी में बीका वंश के राजा बीका द्वारा बनवाया गया था। यह किला राजपूत वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और अपनी मजबूत किलेबंदी तथा रणनीतिक स्थिति के लिए प्रसिद्ध है। बादलगढ़  फोर्ट में महल, मंदिर और अन्य ऐतिहासिक संरचनाएं हैं, जो इसे देखने लायक बनाती हैं।

बादलगढ़ किला का इतिहास और वास्तुकला इसे एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक स्थल बनाते हैं। यहां आने वाले पर्यटक इसके निर्देशित दौरे का हिस्सा बनकर किले की भव्यता और प्राचीनता को नजदीक से अनुभव कर सकते हैं। झुंझुनू की यात्रा पर यह किला पर्यटन के प्रमुख आकर्षणों में से एक है।

11. हवा महल – Hawa Mahal

हवा महल, जिसे पैलेस ऑफ विंड्स भी कहा जाता है, गुलाबी नगरी जयपुर के बाड़ी चौपड़ पर स्थित है। यह राजपूतों की शाही विरासत और अद्भुत वास्तुकला का प्रतीक है। Hawa Mahel का निर्माण महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने 1799 में करवाया था और इसकी संरचना भगवान श्रीकृष्ण के मुकुट से प्रेरित है। पांच मंजिला यह इमारत बिना किसी नींव के बनी हुई हैं और दुनिया की सबसे ऊंची इमारत मानी जाती है। इस महल के 953 झरोखे, जो मधुमक्खी के छत्ते की तरह दिखते हैं और जयपुर के प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थलों में शामिल करते हैं।

Jaipur Hawa Mahel की झरोखों से ठंडी हवा गुजरती है, जिस के कारण इसे हवा महल नाम मिला। यह महल राजपूत वास्तुकला और संस्कृति के मिश्रण का अद्भुत उदाहरण है। Hawa Mahel Jaipur न केवल एक सुंदर इमारत है, बल्कि इसे जयपुर के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षणों में से एक माना जाता है। यदि आप जयपुर जा रहे हैं, तो इस ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल को देखना न भूलें।

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12. जल महल – Jal Mahal

जल महल राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित एवं राज्य के प्रमुख ऐतिहासिक और सुंदर स्थलों में से एक है। यह महल मान सागर झील के बीचों-बीच स्थित है, जिसके कारण इसे वाटर पैलेस भी कहा जाता है। इस महल को आज दुनियाभर के पर्यटकों के बीच प्रसिद्धि प्राप्त है। Jal Mahal गल और राजपूत वास्तुकला की अद्भुत शैली का मेल है और इसका दृश्य किसी को भी मंत्रमुग्ध कर सकता है।

Jaipur Jal Mahal का बैकग्राउंड में स्थित नाहरगढ़ की पहाड़ियां और झील का शांत पानी इसे और आकर्षक बनाते हैं। हालांकि महल के अंदर प्रवेश प्रतिबंधित है, लेकिन झील के किनारे से इसकी झलक ही पर्यटकों के लिए पर्याप्त है। यदि आप जयपुर घूमने की योजना बना रहे हैं, तो जल महल आपकी यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए।

13. श्री करणी माता मंदिर – Karni Mata Temple

करणी माता मंदिर राजस्थान जिसे चूहों का मंदिर भी कहा जाता है, राजस्थान का एक प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल है। यह मंदिर बीकानेर के पास स्थित है और महाराजा गंगा सिंह द्वारा बनवाया गया था। Karni Mata Mandir की खासियत यह है कि यहां 25,000 से अधिक काले चूहे निवास करते हैं, जिन्हें भक्त पवित्र मानते हैं। इस मंदिर का फ्रंट सुंदर संगमरमर के मुखौटे और ठोस चांदी के दरवाजों से सजाया गया है, जो इसकी भव्यता को बढ़ाते हैं।

Karni Mata Mandir Rajasthan का यह मंदिर पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र है। चूहों को यहां विशेष रूप से सम्मानित किया जाता है, और उन्हें माता के रूप में पूजा जाता है। इस मंदिर का अनोखा स्वरूप इसे न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि वास्तुकला प्रेमियों और पर्यटकों के लिए भी विशेष बनाता है। यदि आप राजस्थान यात्रा पर हैं, तो इस अद्भुत मंदिर को देखना न भूलें।

राजस्थान के किले का इतिहास से जुड़े हुए प्रश्न 

1. राजस्थान का दूसरा नाम कौन सा है?

 राजस्थान का दूसरा नाम राजपूताना हैं।

2. राजस्थान का सबसे पुराना किला कौन सा है?

राजस्थान का सबसे पुराना नागौर किला हैं।

3. राजस्थान का सबसे छोटा किला कौन सा है?

राजस्थान का सबसे छोटा खाभा किला हैं।

4. राजस्थान का अंतिम किला कौन सा है?

राजस्थान का अंतिम किला भरतपुर हैं।

5. 52 दुर्गों का लाडला दुर्ग कौन सा है?

52 दुर्गों का लाडला बाला दुर्ग है।

6. राजस्थान में कितने किले हैं?

राजस्थान में 250 से अधिक किले हैं।

7. राजस्थान का जीवित किला कौन सा है?

राजस्थान का जीवित जैसलमेर का किला हैं।

निष्कर्ष :

इस लेख में आपने Rajasthan Fort History In Hindi और स्मारकों के बारे में जाना है। आपको हमारा यह आर्टिकल केसा लगा हमे कमेंट्स में जरूर बताएं। धन्यवाद!

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